कपिलेश्वर स्थान मंदिर…जतअ पूजा करअ लेल राजा जनक प्रतिदिन आबैत रहलाह

मिथिला के कपिलेश्वर स्थान मंदिर महादेव के एकटा प्राचीन मंदिर अछि जे दरभंगा-जयनगर मार्ग पर पड़ैत अछि । ई प्राचीन मंदिर जिला मधुबनी में ककरौल,रहिका में स्थित अछि । मंदिर रोड़क किनार में स्थित अछि । अहां कखनो दरभंगा सं जयनगर वाया रहिका गेल होएब त जाए काल के क्रम मे एहि रास्ता सं गुजरल होएब, तखन ई मंदिर पर नजर जरूर पड़ल होएत । बाकी सावन आ महाशिवरात्रि मे तँ एतय बड़्ड लोग सभ अबैत रहैत छथि ।

बाबा कपिलेश्वर मंदिर के बारे में कहनाम अछि जे एहि मंदिर के शिवलिंगक स्थापना कपिल मुनि केने रहथिन्ह । मानल जाइत अछि जे राजा सगर एक बेर अश्वमेघ यज्ञ कएला के बाद घोड़ा छोड़लाह । जे घोड़ा के संग राजा सगर के पुत्र आ साठि हजार सैनिक सेहो रहथिन्ह । यज्ञ के ई घोड़ा कपिल मुनि के कुटिया में भेटल जेकरा राजा इन्द्र चोरा कअ क हुनकर कुटिया में बान्हि देने छलाह । जखन राजा सगर केर सैनिक सभ घोड़ा के कपिल मुनि केर कुटिया मे बान्हल देखलक तs हुनका के चोर समझि अपमान करय लागल । ताहि सं तमसा कs कपिल मुनि राजा सगर के पुत्र आ सैनिक के शाप दअ नष्ट कS देलखिन्ह। जेकरा बाद ओ अपन पाताल लोक के आश्रम छोड़ि कपिलेश्वर चलि अएला आ एतय अहि ठाम शिवलिंगक स्थापना कए रहय लगलाह । मुदा एकर अलग अलग मत से हो अछि । कहल जाएत अछि जे एतय पूजा करअ लेल राजा जनक प्रतिदिन आबय रहैत ।

बाबा कपिलेश्वर शिवधाम मिथिला के एकटा प्रमुख तीर्थक स्थान अछि । बाबा कपिलेश्वर स्थान के ‘मिथिला के बैद्यनाथ धाम से हो कहल जाएत अछि ।

सावन के सोमवारी में एतय लोग सभ कांवर सं जलाभिषेक करैत छथि । कपिलेश्वर स्थान स 30 किलोमीटर दूर जयनगर लग कमला नदी सं कांवर लअ कअ बड्ड लोग एतय जलाभिषेक करअला आबैत छैथ । बाकी ई मंदिर के लेल महाराज दरभंगा 75 एकड़ जमीन दान देने रहैत जेकर 25 एकड़ में पोखर अछि । मंदिरक पूजा-अर्चना, देखरेख सभ पंडा सभक जिम्मा अछि ।

ई मधुबनी जिला मुख्यालय स 12 किलोमीटर दूर अछि । जिला मुख्यालय सं आवागमन सुविधा नीक अछि । ओना मंदिर दरभंगा- जयनगर (वाया रहिका) मार्ग पर रोडक किनार लग स्थित अछि । जाहि दवारे आवाजाही में कोनो दिक्कत नय होएत । मुदा रात्रि विश्राम लेल जिला मुख्यालय जाए पड़त जतअ होटल धर्मशाला सभ अछि ।   

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